शीघ्रपतन (Premature Ejaculation) एक सामान्य यौन समस्या है जिसमें पुरुष संभोग के दौरान अपेक्षित समय से पहले ही वीर्य स्खलित कर देते हैं। यह समस्या न केवल व्यक्ति के आत्मविश्वास को प्रभावित कर सकती है बल्कि यौन संबंधों पर भी नकारात्मक प्रभाव डाल सकती है। सामान्यतः, यदि वीर्य स्खलन संभोग शुरू होने के 1-2 मिनट के भीतर हो जाता है और इसे नियंत्रित करना मुश्किल हो, तो इसे शीघ्रपतन (Premature Ejaculation) माना जाता है।
शीघ्रपतन के कारण शारीरिक और मानसिक दोनों हो सकते हैं।
शारीरिक कारण:
- हार्मोनल असंतुलन: टेस्टोस्टेरोन या अन्य हार्मोन का असंतुलन शीघ्रपतन का कारण बन सकता है।
- न्यूरोलॉजिकल समस्याएं: नसों में कमजोरी या संक्रमण के कारण वीर्य स्खलन पर नियंत्रण में समस्या हो सकती है।
- शारीरिक कमजोरी: अत्यधिक थकावट, अनियमित खानपान, या खराब जीवनशैली।
- इरेक्टाइल डिसफंक्शन: यदि पुरुष को इरेक्शन बनाए रखने में कठिनाई होती है, तो वे शीघ्र स्खलित हो सकते हैं।
मानसिक कारण:
- तनाव और चिंता: मानसिक दबाव और तनाव शीघ्रपतन का प्रमुख कारण हैं।
- अत्यधिक उत्तेजना: पहली बार यौन संबंध बनाते समय या लंबे समय तक संबंध न होने के कारण अत्यधिक उत्तेजना।
- दिमागी विकार: डिप्रेशन या मानसिक स्वास्थ्य समस्याएं।
- दूसरे अनुभवों का डर: अगर पहले भी शीघ्रपतन हुआ है, तो इस डर से यह समस्या और बढ़ सकती है।
शीघ्रपतन के इलाज के लिए कई विकल्प उपलब्ध हैं। ये उपचार व्यक्ति की समस्या की गंभीरता और कारणों पर निर्भर करते हैं।
1. स्वयं की तकनीकें (Self-help Techniques):
- स्टार्ट–स्टॉप तकनीक: संभोग के दौरान जब स्खलन का अनुभव हो, तो प्रक्रिया को रोक दें और फिर कुछ समय बाद दोबारा शुरू करें।
- स्क्वीज़ तकनीक: स्खलन के करीब आने पर लिंग के सिरे पर हल्का दबाव डालें।
2. दवाइयाँ:
- लोकल एनेस्थेटिक्स क्रीम या स्प्रे: ये स्खलन की संवेदनशीलता को कम करने में मदद करते हैं।
- एंटी–डिप्रेसेंट दवाइयाँ: कुछ दवाएं शीघ्रपतन के इलाज में प्रभावी पाई गई हैं। लेकिन इन्हें डॉक्टर की सलाह के बिना न लें।
3. काउंसलिंग और थेरेपी:
- मनोवैज्ञानिक थेरेपी या यौन चिकित्सा के जरिए तनाव और मानसिक समस्याओं को दूर किया जा सकता है।
- पार्टनर के साथ खुलकर बातचीत करना भी मददगार हो सकता है।
4. योग और व्यायाम:
- योग और प्राणायाम तनाव को कम करने और मानसिक संतुलन बनाए रखने में सहायक हो सकते हैं।
- केगल एक्सरसाइज पेल्विक फ्लोर मांसपेशियों को मजबूत बनाती है और स्खलन को नियंत्रित करने में मदद करती है।
शीघ्रपतन की स्थति में कब डॉक्टर से मिलना चाहिए?
यदि निम्नलिखित स्थितियां उत्पन्न होती हैं, तो डॉक्टर से मिलना आवश्यक है:
- समस्या बार-बार हो रही है और स्वयं की तकनीकों से सुधार नहीं हो रहा।
- शीघ्रपतन के कारण मानसिक तनाव, चिंता, या रिश्तों में दरार आ रही हो।
- अन्य शारीरिक समस्याएं जैसे इरेक्टाइल डिसफंक्शन या दर्द महसूस होना।
- किसी दवा का उपयोग करने के बाद भी समस्या में कोई सुधार नहीं हो रहा।
शीघ्रपतन एक सामान्य समस्या है, लेकिन इसका इलाज संभव है। समस्या को नजरअंदाज करने की बजाय समय पर सही कदम उठाएं। एक स्वस्थ जीवनशैली अपनाएं, योग और व्यायाम करें, और जरूरत पड़ने पर डॉक्टर से परामर्श लें। याद रखें, शीघ्रपतन का समाधान सही जानकारी और उपचार से संभव है।